मानव सभ्यता की गहन इतिहास में कई चमत्कारिक स्थल मौजूद हैं जिन्हें देखकर लोग हैरान हो जाते हैं। ये स्थल न केवल प्राकृतिक सौंदर्य के कारण मशहूर हैं बल्कि उनमें छुपी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी लोगों की भावनाओं को छू जाता है। इन अजूबे स्थलों में जैसे कि प्राचीन धरोहर, विलक्षण ज्ञान, या अनूठे प्राकृतिक संरचनाएं हो सकती हैं। यहां हम आपको 7 दुनिया के अजूबे के बारे में बताएंगे जो आपकी रूचि और हैरत को जगाएंगे।
माछु पिच्चु, पेरू
माछु पिच्चु, पेरू को दक्षिण अमेरिका के पेरू देश में स्थित खगोटों के ऊचे मैदानों पर बना एक खंडहर कहा जाता है। इस स्थल पर सड़कों से से Athahualpa, किंवदंती के शासक की मांगों की पूर्ति के लिए भव्य सोना मुक्तक को संवे बुलाने की प्रक्रिया दिखाती है। पुरातात्विक साक्षात्कारों के मुताबिक, माछु पिच्चु का निर्माण इंका सम्राज्य समय के उस समय में हुआ, जब उनकी समर्धन विवादित थी।
यहाँ कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हैं:
- माछु पिच्चु के खंडहर को 1911 में हिराम बिंगम के द्वारा खुदाई की गई थी।
- इस स्थल पर लगभग 150 से ज्यादा चबूतरे बनाए गए हैं।
एंग्कोर वाट, कम्बोडिया
कम्बोडिया के पुरातात्विक धरोहर का प्रमुख स्थल एंग्कोर वाट है। यह विश्व धरोहर स्थल के रूप में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त है और यह कम्बोडिया की राष्ट्रीय ध्वज पर भी छपा हुआ है। एंग्कोर वाट कांबूजिया वंश के राजा एंग्कोरवरम्मान सम्राट द्वारा 12वीं सदी में बनाया गया था।
कुछ रोचक तथ्य हैं:
- एंग्कोर वाट को सूर्यमंदिर के रूप में भी जाना जाता है।
- इसमें से हरेक शिलाछित्र का अपना महत्वपूर्ण संदेश होता है।
म्याचू पिचू, पेरू
म्याचू पिचू पेरू के अंडेस पर्वतीय सुरंगित खंड के मांझी ऊचाई पर स्थित है और यह एक उत्कृष्ट ऐतिहासिक स्थल है। इसे अंडेस का “लॉस्ट सिटी” या “वर्गिन स्थल” भी कहा जाता है। म्याचू पिचू को 15वीं सदी में इंका सम्राट पचाकूटेक ने खुदाया था।
कुछ और महत्वपूर्ण तथ्य:
- म्याचू पिचू को 1911 में हिराम बिंगम द्वारा खोजा गया था।
- यह एक क्लासिकल परम्परागत इंका नगर था।
अयर्स रॉक, ऑस्ट्रेलिया
अयर्स रॉक एक उच्च पत्थरी स्थल है जो कीमती “िगेमस” की स्थली है। यह स्थल दर्शनीयता के लिए आदर्श स्थल है जो ऑस्ट्रेलियाई केंद्र साहिस्त का हिस्सा है। इन उच्च पथरों की उत्पत्ति एक नीचे गिरने वाले प्राचिन गुफाओं से हुई थी।
कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- अयर्स रॉकका 1956 में पहला उचित डाईमंड खोजा गया था।
- यह एक लवली उद्यानीकरण क्षेत्र है।
स्टोनहेंज, युनाइटेड किंगडम
स्टोनहेंज स्थिति युनाइटेड किंगडम में एक प्रागैतिहासिक स्थल है जो विको हाईट में स्थित है। इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में यूनेस्को द्वारा पहचाना गया है। स्टोनहेंज के बारे में अभी भी कई कथाएँ हैं की इस बारे में क्यों बनाया गया था, हैंगमा किस उद्देश से किया गया था?
स्टोनहेंज के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी:
- इसे 2000 साल पहले निर्मित किया गया था।
- यह दुनिया का सबसे प्राचीन लगने वाला ज्यॊतिषीय तथ्यलब्ध स्थल है।
ग्रेट वॉल ऑफ़ चाइना, चीन
हर कोई जानता है कि ग्रेट वॉल ऑफ़ चाइना कितना महत्वपूर्ण स्थल है। चीन की राष्ट्रीय खजाना हने वाला यह सम्मानित भारी इमारत दुनिया की जीर्ण नीव पर आधारित है। जब भी चीन के इतिहास की बात होती है, तो यहां तक की विदेशी संक्रमणकारी दर्शक भी आश्चर्य चकित रह जाते हैं। ईतिहासिक दृष्टिकोण से ग्रेट वॉल को रहने वाला साक्षी माना गया है जो अपने नियमित षक्कों से परिचित था।
चिंतित टुकड़ा:
- लोग सोचते हैं की ग्रेट वॉल द चीना को चाँद से दिखाई देती है।
पेट्रा, जॉर्डन
पेट्रा जॉर्डन में स्थित एक प्राचीन नगर है जो किनारे की खोदाई द्वारा पर्तिथन्स द्वारा 18वीं शताब्दी में खोजी गई। यह बिना आधिकारिक अनुमति के नहीं मिला।
यहां कुछ रोचक तथ्य हैं:
- जब पेट्रा के स्थल की खोदाइ हुई थी, तो पुरानी जापान में चाकू चलाने वाली गुलदस्ता पाई गई थी।
- इस स्थल की विशेषता यह है की इसको चतुर्थ यठक का नाम दिया गया है क्योंकि यह स्थल अंतर्राष्ट्रीय नै�र्वारा यठक था।
इन सभी स्थलों का अत्यंत महत्वपूर्ण ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और पर्यावरणीय महत्व है। इनमें निहित रहस्य और उनकी रोचकता हर दर्शक को प्रभावित करती हैं।
प्रतिवादित प्रश्न (FAQs):
Q1: एंग्कोर वाट किस तारीख में बनाया गया था?
A: एंग्कोर वाट 12वीं सदी में बनाया गया था।
Q2: म्याचू पिचू किस सम्राट द्वारा बनाया गया था?
A: म्याचू पिचू को इंका सम्राट पचाकूटेक ने बनाया था।
Q3: ग्रेट वॉल ऑफ़ चाइना कब बनी थी?
A: ग्रेट वॉल ऑफ़ चाइना की निर्माण की प्रमुख शुरुआत चीनी राजा चिंह हुने ने 7वीं सदी ईसा पूर्व में की थी।
Q4: क्या स्टोनहेंज के बिल्डर्स के बारे में कोई निर्धारित जानकारी है?
A: स्टोनहेंज के बिल्डर्स के बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि यह लोग स्थानीय भूमिहीन नागरिक थे।